पटना: बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार कोरोना के ओमिक्रोन वैरिएंट की चपेट में आ गए थे। इंदिरा गांधी इंस्टीट्यूट आफ मेडिकल साइंस (आइजीआइएमएस) में बीती एक जनवरी से 11 जनवरी के बीच लिए गए कोरोना स
क्रमितों के सैंपलों की जीनोम सिक्वेंसिंग में सभी सैंपलों में ओमिक्रोन वैरिएंट पाए गए हैं। आइजीआइएमएस की ओर से मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, स्वास्थ्य विभाग के अपर मुख्य सचिव प्रत्यय अमृत, आइजीआइएमएस निदेशक डा. एनआर विश्वास, पटना कोर्ट के जस्टिस विकास जैन सहित सभी 40 सैंपलों का जांच कराई गई थी। इसमें सभी में ओमिक्रोन वैरिएंट की पुष्टि की गई है। राहत की बात यह है कि मुख्यमंत्री की कोरोना जांच रिपोर्ट निगेटिव आई है। आइजीआइएमएस के माइक्रोबायोलाजी विभागाध्यक्ष डा. नम्रता कुमारी एवं जीनोम वैज्ञानिक डा. अभय कुमार ने बताया कि सभी सैंपलों में ओमिक्रोन वैरिएंट की पुष्टि की गई है। इसमें जमुई दो, समस्तीपुर एक, गया तीन, खगड़िया दो, मुजफ्फरपुर पांच, मुंगेर दो, सारण एक, सीतामढ़ी एक, भागलपुर एक एवं पटना के 22 मरीजों में ओमिक्रोन वैरिएंट के वायरस पाए गए हैं। इसमें आठ डाक्टर शामिल हैं। सीएम ने दस जनवरी को कराई थी कोरोना जांच मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का कोरोना जांच के लिए 10 जनवरी को सैंपल लिया गया था। एंटीजन टेस्ट में सीएम की कोरोना रिपोर्ट निगेटिव थी। वहीं आरटीपीसीआर जांच में वह पाजिटिव पाए गए थे। सीएम के संक्रमित होने पर उनका सैंपल ओमिक्रोन जांच के लिए भेजा गया था। मुख्यमंत्री के साथ ही स्वास्थ्य विभाग के अपर मुख्य सचिव प्रत्यय अमृत, आइजीआइएमएस निदेशक डा. एनआर विश्वास, पटना कोर्ट के जस्टिस विकास जैन सहित 40 कोरोना पाजिटिव के सैंपलों को जांच के लिए भेजा गया था। मंगलवार को सभी 40 सैंपलों में कोरोना के ओमिक्रोन वैरिएंट की पुष्टि हुई है। इधर बिहार के लिए राहत की बात यह है कि पिछले दो दिनों से कोरोना संक्रमितों की संख्या घटी है। साढ़े छह हजार के ऊपर जा रहे मामले अब साढ़े चार हजार तक आ गए हैं।
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