तावडू, 4 जनवरी (दिनेश कुमार): हरियाणा राजस्थान बार्डर पर स्थित गांव खोरी कलां में राजस्थान से भारी मात्रा में कबाडा हरियाणा के कबाडियों के पास आता है। इस कबाडे में कैमिकल ज्वलनशील पदार्थ का का
करता है। जिससे कई बार कबाडे के गोदामों में आग लग जाती है। इस आग से बडी दुर्घटना का अंदेशा बना रहता है। बस स्टैण्ड पर चार पैट्रोल पंप हैं। जिनके संचालकों को हमेशा भय बना रहता है। प्रशासन जान कर भी अंजान बना है। ग्रामीणों ने जिला प्रशासन से उक्त समस्या के समाधान की मांग की है। उल्लेखनीय है कि खोरी कलां बस स्टैण्ड के आस -पास कई कालोनियां बसी हुई हैं। जिनमें यूपी, राजस्थान, बिहार, हरियाणा, एम पी, नेपाल आदि राज्यों के लोग रहते हैं। जो अपने जीवन यापन के लिए औद्योगिक क्षेत्र भिवाडी राजस्थान में नौकरी करते हैं और हरियाणा के गांव खोरी कलां की कालोनियों में किराए पर रहते हैं। वहीं खोरी कलां बस स्टैण्ड पर सडक के दोनों ओर कबाडियों के कई गोदाम बने हुए हैं। जिनमें राजस्थान से भारी मात्रा में कबाडा आ रहा है। इस कबाडे में कई प्रकार के ज्वलनशील कैमिकल भी आ रहे हैं। जिनमें कई बार आग लग जाती है। जिससे ग्रामीणों में हमेशा भय की स्थिती बनी रहती है। राजेन्द्र प्रसाद, अखतर अली, सुरेन्द्र कुमार, नवाबदीन व धर्मपाल आदि ने बताया कि गांव खोरी कलां बस स्टैण्ड पर कई कालोनियों के साथ-साथ कबाडे के गोदाम और लगभग चार पैट्रोल पंप हैं। कबाडी के गोदामों में आने वाले कबाडे में कई बार आग लग जाती है। जिससे हमेशा भय की स्थिति बनी रहती है। इन कबाडे के गोदामों में कई बार आग लग चुकी है। जिसे बुझाने के लिए दमकल की 10 से 15 गाडियों से काबू पाया जाता है। इस कबाडे में रोज कबाडी आग लगा देते हैं। जिससे वायु प्रदूषण के कारण लोग बीमािरयों की चपेट में हैं। ग्रामीणों ने बताया कि यदि कोई पशु इसका सेवन कर ले तो वह मौत का ग्रास बनता है। उन्होंने बताया कि इस समस्या के समाधान के लिए वह कई बार प्रशासन से मांग कर चुके हैं। लेकिन समस्या ज्यौं के त्यौं बनी हुई है। उन्होंने उपायुक्त मेवात से समस्या के समाधान की मांग की है।
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