यूएई की पहली महिला एस्‍ट्रानाट बनीं नौरा अल मतरोशी, अरब संसार की महिलाओं के लिए जगी उम्‍मीद

Khoji NCR
2021-12-25 09:24:40

नई दिल्‍ली, । 10 अप्रैल को संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) ने अपने अंतरिक्ष कार्यक्रमों के लिए दो अंतरिक्ष यात्रियों के नामों की घोषणा की थी। खास बात यह है कि यूएई ने अरब देशों की पहली महिला अंतरिक्ष य

त्री के नाम की भी घोषणा की थी। दुबई के शासक शेख मोहम्मद बिन राशिद अल मकतौम ने इन दो अंतरिक्ष यात्रियों के नाम की घोषणा ट्विटर पर दी थी। 1- नौरा अल मतरोशी देश की पहली महिला अंतरिक्ष यात्री होंगी। दूसरे अंतरिक्ष यात्री का नाम मोहम्मद अल मुल्ला हैं। मुल्ला दुबई पुलिस में एक पायलट हैं। वह दुबई पुलिस के प्रशिक्षण इकाई की अगुवाई करते हैं। वर्ष 1993 में जन्मी अल मतरोशी अबु धाबी स्थित नेशनल पेट्रोलियम कंस्ट्रकशन कंपनी में इंजीनियर हैं। 2- नूरा अल मातुशी 27 साल की हैं। वह ट्रेनिंग के लिए नासा जाएंगी। यूएई के अंतरिक्ष प्रोग्राम का हिस्‍सा बनने वाली नूरा अल मातुशी पहली महिला हैं। वह न सिर्फ यूएई, बल्कि किसी भी इस्‍लामिक अरब देश की पहली महिला हैं, जो अंतरिक्ष में पहुंची। नूरा ने संयुक्त अरब अमीरात यूनिवर्सिटी से मैकेनिकल इंजीनियरिंग की डिग्री हासिल की है। वह इस वक्त यूएई की नेशनल पेट्रोलियम कन्सट्रक्शन कंपनी में बतौर इंजीनियर काम कर रही हैं। इतना ही नहीं, नूरा अपनी कंपनी की यूथ काउंसिल की वाइस प्रेसिडेंट भी हैं। वह अमेरिकन सोसायटी आफ मैकेनिकल इंजीनियरिंग की भी सदस्य हैं। नूरा अल मातुशी ने 2011 इंटरनेशनल मैथेमैटिकल ओलंपियाड में हिस्‍सा लिया था और पहला स्थान हासिल किया था। इस ओलंपियाड में जाने और जीतने वाली भी वह अरब देश की पहली महिला थीं। 3- इन दोनों अंतरिक्ष यात्रियों का चयन यूएई में चार हजार से अधिक आवेदकों में से किया गया था। दोनों ने अमेरिका में टेक्सास के ह्यूस्टन स्थित नासा के जानसन अंतरिक्ष केंद्र (Johnson Space Center) में प्रशिक्षण लिया था। यूएई सरकार ने कहा था कि अगर अल मतरोशी अंतरिक्ष की यात्रा कामयाब रहती है तो वह अंतरिक्ष जाने वाली पहली अरबी महिला होंगी। वर्ष 2019 में हज्जा अल मंसूरी अंतरिक्ष में जाने वाले यूएई के पहले व्यक्ति बने थे। वह आठ दिन के मिशन के लिए अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन पर रहे थे। 4- गौरतलब है कि अंतरिक्ष विज्ञान के क्षेत्र में यूएई का दखल कोई बहुत पुराना नहीं है। महज दो वर्ष पूर्व यूएई ने अपना अंतरिक्ष प्रोग्राम बनाया था और इस दिशा में गंभीरता से काम करना शुरू किया। यूएई को अपना पहला एस्‍ट्रानाट भी अभी सिर्फ दो वर्ष पहले 2019 में मिला था। हाजरा अल मंसूरी संयुक्त अरब अमीरात के पहले एस्ट्रोनाट बने थे। इतने कम समय के भीतर यूएई ने अपने स्‍पेस प्रोग्राम में कई अभूतपूर्व सफलताएं हासिल की हैं। अभी दो महीने पूर्व यूएई ने अपना पहला सेटेलाइट अंतरिक्ष में भेजा था। यह अंतरिक्ष में भेजा गया अरब संसार का पहला सेटेलाइट है। मंगल ग्रह की कक्षा में भेजे गए इस सेटेलाइट का प्रत्‍यारोपण सफल रहा था। यूएई का लक्ष्‍य है कि वह 2117 तक मंगल ग्रह पर मानव बस्‍ती बनाएगा। जेंडर गैप इंडेक्‍स रिपोर्ट में यूएई अपनी इस उदारता के कारण इस वर्ष 30 मार्च को जारी जेंडर गैप इंडेक्‍स रिपोर्ट में यूएई यानी यूनाइटेड अरब अमीरात 72वें नंबर पर था। बाकी अरब देशों का नाम सूची के सबसे आखिर में दर्ज था। बता दें कि वर्ल्‍ड इकोनामिक फोरम हर साल एक जेंडर गैप इंडेक्‍स रिपोर्ट जारी करता है। इस रिपोर्ट से यह संकेत जाता है कि अरब देशों में देश और अर्थव्‍यवस्‍था में महिलाओं की भागीदारी की हालत बहुत अच्‍छी नहीं है। इस रिपोर्ट के 13 दिन बाद ही यूएई से एक साथ चौंकाने और खुश करने वाली खबर आई थी कि यूएई में पहली बार एक महिलला अंतरिक्ष यात्री बनने जा रही है। यूं तो यूएई का नाम भी इस्‍लामिक देशों की फेहरिस्‍त में ही शुमार है, लेकिन जेंडर गैप इंडेक्‍स रिपोर्ट में वह दुनिया के तमाम गैरइस्‍लामिक देशों से काफी आगे है। यूएई ने ज्ञान- विज्ञान से लेकर अर्थव्‍यवस्‍था तक में महिलाओं की भागीदारी के दरवाजे खोले हैं। जेंडर गैप को कम करने वाले कानून बनाए हैं और औरतों को आगे बढ़ने का मौका दिया है।

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