केंद्र और राज्य सरकार पर लगाए गंभीर आरोप । मरोड़ा कट, नगीना को उपमंडल, विश्वविद्यालय स्थापना, नगीना होडल सड़क को फोरलेन व ट्रामा सेंटर की उठाई मांग। पुष्पेंद्र शर्मा फिरोजपुर झिरका। देश के
सबसे पिछड़े जिले मेवात के सबसे पिछड़े क्षेत्र नगीना की दुर्दशा और विकास में भेदभाव को लेकर रविवार को क्षेत्रवासियों ने मरोडा गांव में धरना दिया। जिसमें सैकड़ों की संख्या में दर्जनों गांव के गणमान्य लोगों ने भाग लिया। गांधी मेवात दिवस पखवाड़ा पर आयोजित किए गए कार्यक्रम की अध्यक्षता समाजसेवी अब्बास मरोड़ा ने की। मुख्य वक्ताओं में सामाजिक कार्यकर्ता मुबारिक अटेरना, वरिष्ठ अधिवक्ता समय सिंह सलंबा, समाजसेवी अख्तर एडवोकेट झारोकडी, पूर्व पार्षद डॉ. मकसूद अहमद, वरिष्ठ समाजसेवी आसिफ अली चंदैनी ने विचार व्यक्त किए। वक्ताओं ने संबोधित करते हुए कहा कि एक लाख करोड़ रुपए की लागत से बनाए जा रहे दिल्ली मुंबई मुंबई एक्सप्रेसवे में नगीना होडल स्टेट हाईवे पर मरोड़ा गांव में कट क्षेत्रवासियों का हक है। इस कट से वृंदावन-मथुरा और तिजारा धर्म नगरी बिल्कुल नजदीक है। आसपास ढाई सौ गांव पढते हैं। जैन समाज और हिंदू समाज के अलावा मेव समाज लंबे वक्त से मरोड़ा गांव में कट दिए जाने की वकालत करता रहा है। लगातार सवा साल से इलाके के लोग मरोड़ा कट को लेकर मांग करते आ रहे हैं । समाजसेवी तौसीफ बीसरू, मुबारिक पहलवान सिरौली, महेंद्र सरपंच जलालपुर, समाजसेवी अब्बास मरोडा ने कहा कि नगीना के केंद्र और राज्य सरकारें आजादी के बाद से भेदभाव करती आ रही है। उन्होंने बताया कि पिछले साल हरियाणा दिवस पर मेवात आरटीआई मंच ने गांधी धारा भारत न्यारा प्यारा अभियान की शुरुआत की थी। जिसके तहत सैकड़ों गांव के लोगों ने हस्ताक्षर करके प्रधानमंत्री, राष्ट्रपति, नीति आयोग, एनएचएआई, केंद्रीय अल्पसंख्यक मंत्री और केंद्रीय सड़क मंत्रालय को ज्ञापन पत्र भेजे ताकि मरोड़ा स्टेट हाईवे पर कट मिल जाए। दिल्ली मुंबई एक्सप्रेसवे पर कट नहीं मिलने से मेवात के 30 हजार से अधिक ट्रक ड्राइवरों को नुकसान होगा। क्षेत्रवासियों ने बताया कि धरने की मुख्य मांगों में नगीना उप तहसील को उपमंडल बनाना, नगीना होडल स्टेट हाइवे को फोरलेन बनाना, विश्वविद्यालय खोलना, ट्रामा सेंटर बनाना तथा दिल्ली मुंबई एक्सप्रेस वे पर मरोडा में कट देना, नगीना-फिरोजपुर झिरका के सरकारी स्कूलों को 12वीं तक अपग्रेड करना जरूरी है इससे इलाके का बुनियादी विकास होगा। मुख्य वक्ता समाजसेवी राजूद्दीन, इकबाल ठेकेदार ने लोगों के अभियान और संघर्ष को सराहा था। उन्होंने कहा कि राष्ट्रपिता महात्मा गांधी ने मेवात पहुंचकर मेवातियों को पाकिस्तान जाने से रोका था और कहा था कि उनके जानमाल और अधिकारों की रक्षा की जाएगी। उन्हें उनका हक मिलेगा लेकिन केंद्र और राज्य सरकार गांधीजी और संविधान निर्माता डॉक्टर भीमराव अंबेडकर की बात को नजरअंदाज कर रही है। इस दौरान जंगे आजादी में जान गवाने वाले लोगों को श्रद्धांजलि दी गई। मौके पर मेवात आरटीआई मंच, गालिब मौजी खान फाउंडेशन, महिला संगठन जागो चलो, गांधी धारा भारत न्यारा प्यारा अभियान के पदाधिकारी धरने में शामिल है।
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