चिराग गोयल,फिरोजपुर झिरका।- बाबा साहब भीमराव अंबेडकर के परीनिर्माण दिवस के उपलक्ष पर लोगों ने गुरुग्राम अलवर राजमार्ग के पास स्थित अंबेडकर सर्कल पर एकत्रित हुए और वहां स्थित बाबा साहब की प्
तिमा पर फूलों की मालाएं डालकर श्रद्धांजलि अर्पित की। आपको बताते चलें 6 दिसंबर 1956 को भारत के संविधान निर्माता बाबा साहब भीमराव अंबेडकर का निधन हो गया था। जिसकी वजह से भारत के सभी लोग इस दिन को परिनिर्वाण दिवस के रूप में मनाते हैं। वही इस अवसर पर भीमराव अंबेडकर दलित विकास समिति के अध्यक्ष डालचंद ने बाबा साहब को याद करते हुए बताया कि हिंदुस्तान में रूढ़िवादी विचारों के चलते बाबा साहब ने 14 अक्टूबर सन 1956 को उन्होंने बौद्ध धर्म अपनाया था। जिसमें उनके साथ करीब 5 लाख समर्थकों ने भी बौद्ध धर्म अपनाया। परीनिर्माण किसी भी इंसान को आसानी से नहीं मिलता है। बाबा साहब भीमराव अंबेडकर ने हिंदुस्तान में चल रही रूढ़िवादी विचारधारा को खत्म कर भारत में साक्षरता लाने का बीड़ा उठाया और उन्होंने सदाचारी व धर्मसम्मत जीवन यापन किया। जिसकी वजह से उन्हें महापरिनिर्वण मृत्यु प्राप्त की तथा सांसारिक इच्छाओं और जीवन की पीड़ा से मुक्त हुए। कार्यक्रम के अवसर पर प्रदेश अध्यक्ष योगेश तंवर एसीसी मोर्चा ने बतौर मुख्य अतिथि के रुप में शिरकत की। इस मौके पर उपाध्यक्ष ताराचंद जी,एस सी मोर्चा महामंत्री ओमी नरयाला,रामलाल धवन, शिवलाल थानेदार, बुद्धिलाल मास्टर, विश्राम सरपंच, लेखराज सरपंच, पूर्व प्रधान ओमप्रकाश, मोहरसिंह,जितेंद्र खटीक,रावली, दोहा, तिगरा,पाठखोरी, पाटन, मुंडाका, हिरवाड़ी, कोलगाव सहित कई गांव के सरपंच व और भी गणमान्य मौजूद रहे।
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