तावडू, : गीता का हमारे जीवन में विशेष महत्व है, भगवत गीता से प्ररेणा लेकर हम जीवन में कर्मयोग के मार्ग पर आगे बढ सकते हैं। उन्होंने कहा कि लगभग 51 सौ वर्ष पहले भगवान श्रीकृष्ण ने कुरूक्षेत्र में ग
ीता का उपदेश दिया और कहा कि यह हमारा सौभाग्य है कि हम इस प्रदेश में जन्मे जहां भगवान श्रीकृष्ण ने गीता का उपदेश दिया। यह विचार ख्ंाड शिक्षा अधिकारी रमेश मलिक ने 1 भेंट के दौरान रखे। उन्होंने कहा कि गीता का ज्ञान सभी वेदों का सार है। गीता धारण करने व पठन करने योग्य है तथा गीता सभी शास्त्रों का ग्रंथ है। हमें गीता से प्ररेणा लेकर हम जीवन में कर्मयोग के मार्ग पर आगे बढ सकते हैं। गीता केवल एक धार्मिक ग्रंथ ही नहीं बल्कि यह सम्मान का प्रतीक होने के साथ-साथ जीवन शैली और अध्यातमिक व्यवस्था का सार भी है। संस्कारों और आदर्शों की प्रतिमूर्ति का सारगर्भित संदेश गीता से ही मिलता है। भगवान कृष्ण के मुख से पवित्र भगवत गीता का जन्म हुआ था।
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