तावडू, 3 दिसम्बर (दिनेश कुमार): शहर के राजकीय कन्या वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय में 1 संगोष्ठी में खुदीराम बोस और मां भारती के सच्चे भारत के पूर्व राष्ट्रपति डॉ राजेंद्र प्रसाद को याद किया गया। जि
में आचार्य राजेश ने कहा कि बच्चों में देशभक्ति लाने के लिए देशभक्ति गीत, कविता, कहानी, जीवनी से बच्चों पढ़ाकर और उनको महापुरुषों के जीवन से जुड़ी बातें बताकर अध्यापकों को राष्ट्रधर्म निभाना चाहिए। जिससे आज की युवा पीढ़ी के चरित्रए संस्कार देकर राष्ट्र की अमूल्य निधि को सुरक्षित बना सके। उन्होंने कहा कि ज्ञात अज्ञात देशभक्तों ने देश के लिए शहादत दी है उनकी शहादत को याद करने का अच्छा अवसर हैं। देश को आजाद कराने में 7 लाख 32 हजार क्रांतिकारियों का राष्ट्र ऋणी रहेगा। इन क्रांतिकारियों में खुदीराम बोस की आयु सबसे कम थी। और भारत के तत्कालीन राष्ट्रपति डॉ राजेंद्र प्रसाद ने जीवन पर्यन्त संविधान की रक्षा की है उनको देश हमेशा याद करेगा। आर्य लालचंद ने कहा कि हम देश भक्ति गीत, कविता, कहानी, जीवनी को जन जन तक पहुंचाने का प्रयास करेंगे। स्कूल के प्राचार्य अजीत सिंह धारीवाल ने कहा कि हमें देश भक्त बात बनाने का सफल प्रयास करना होगा। इस कार्यक्रम में जितेन्द्र दलाल, ओम सिंह, जितेन्द्र कुमार, राजपाल, फूलचंद, तेजपाल शास्त्री, अमित कुमार, नीतू, राखी, नीलम, दीपक, सतीश, निशा, सुमन, प्रेमकुमारी, सुषमा, अन्नू, सविता, सरोज आदि उपस्थित रहे।
Comments