ग्रामीणों का आरोप जोहड की सफाई बिना ही जारी कि मजदूरो के खाते में राशि। पुन्हाना, कृष्ण आर्य महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी योजना (मनरेगा) का रोजगार के नाम पर दुरूपयोग पुन्हा
ा के गावों में देखने को मिल रहा है। जहां निर्माण कार्य को किए बिना ही फर्जी मजदूर दिखाकर राशि निकाल ली जाती है। ऐसा ही मामला पुन्हाना उपमंडल के गांव गुलालता में देखने को मिल रहा है। जहां पर मनरेगा योजना के तहत कार्य को मजदूरों द्वारा पूरा दिखाकर राशि जारी कर दी गयी। बिना मटेरियल लगाएं व बिना काम किए फर्जी कार्य की पेमेंट निकालने में मनरेगा के अधिकारी की मिलीभगत दिखाई दे रही है। गांव गुलालता के साकिर, मुज्जमिलउल रहमान, ईशा, अब्बास, नजीर आदि ने बताया कि गांव के अंदर खदाने वाली जोहड़ में पिछले सप्ताह करीब 15 दिन मजदूरों से कार्य, संबंधित अधिकारियों ने मनरेगा की वेबसाइट पर दिखाया हुआ है, जिसमें उक्त काम करने वाले मजदूरों के नाम व उनकी मजदूरी को सीधा बैंक खातों में ट्रांसफर (एफटीओ) करने के आदेश जारी किए हुए है। लेकिन मौके पर जोहड में कोई सफाई का काम हुआ ही नहीं है। जोहड में मछली पाली जा रही है। भरी हुई जोहड में आखिर मजूदर कैसे काम कर सकते है। ग्रामीणों ने बताया कि इससे पहले भी निवर्तमान सरपंच व सम्बंधित अधिकारियों ने गांव में मनरेगा के तहत हुए कार्य मे जमकर भ्रष्ट्राचार किया था, जिसकी शिकायत भी जिला प्रशासन से मुख्यमंत्री तक की हुई है। लेकिन संबंधित अधिकारी शिकायतों का बीच में ही निपटारा कर देते हैं। बता दे कि पुन्हाना में यह कोई इस तरह का मामला पहला नही है इस गांव के अलावा पुन्हाना के दर्जनों गांवों में यह फर्जीवाड़ा देखने को मिलता है। घोटाले में सरपंच, सचिव, फर्जी एमबी भरने वाले जेई से लेकर पंचायत स्तर के अधिकारी तक भी शामिल है। घोटाले को पूरी प्लानिंग के साथ इस तरह से अंजाम दिया गया कि किसी को शक ना हो। वहीं जब पुन्हाना के खंड एवं पंचायत विकास अधिकारी दिगबंर सिंह से बात की तो उन्होंनें बताया कि ग्रामीणों की इस प्रकार की कोई शिकायत है तो इसकी जांच कराऐगें।
Comments