मेले में जनहितकारी योजनाओं के क्रियान्वयन पर रहा विशेष फोकस सेवाभाव से कार्य करते हुए आमदनी दोगुनी करने के साधन मुहैया करवाने में सरकार सहभागी नूंह 30 नवंबर : आत्मनिर्भर भारत की दिशा में बढ़
े कदम में मुख्यमंत्री अंत्योदय परिवार उत्थान योजना अहम है। अंत्योदय परिवार उत्थान योजना के प्रभावी रूप से क्रियान्वयन के लिए प्रदेश भर में अंत्योदय मेलों का आयोजन कर लाभपात्रों को सरकार की कल्याणकारी योजनाओं से सीधे तौर पर लाभांवित किया जा रहा है। उपायुक्त कैप्टन शक्ति सिंह डीआरडीए परिसर नूंह में आजादी अमृत महोत्सव की श्रंृखला में मुख्यमंत्री अंत्योदय परिवार उत्थान योजना के तहत आयोजित तीन दिवसीय अंत्योदय मेले का रिबन काटकर शुभारंभ करने के बाद कार्यक्रम में बोल रहे थे। एडीसी डा. सुभिता ढाका व एसडीएम नूंह सलोनी शर्मा ने जिला प्रशासन की ओर से का मेले में पहुंचने पर उपायुक्त कैप्टन शक्ति सिंह का स्वागत किया। डीसी कैप्टन शक्ति सिंह ने मेले में लगी विभिन्न विभागों की योजनाओं को दर्शाती स्टॉल का अवलोकन किया। उन्होंने संबंधित अधिकारियों से रूबरू होते हुए विभागीय स्तर पर प्रदत्त सेवाओं को तत्परता से सरल तरीके से योजना का लाभ पात्र व्यक्ति तक पहुंचाने के लिए प्रेरित किया। उन्होंने कहा कि अंत्योदय की भावना से सरकार उल्लेखनीय कदम उठा रही है। इस मेले में 17 विभाग व 12 बैंक भाग ले रहें है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री स्टार्ट अप योजना के माध्यम से लघु व्यवसाय शुरू करने के लिए बैंकों के माध्यम से ऋण उपलब्ध कराए जाते हैं। इसी तर्ज पर हरियाणा में भी मुख्यमंत्री मनोहर लाल के नेतृत्व में गरीब परिवारों के जीवन स्तर को ऊंचा उठाने के लिए मुख्यमंत्री अंत्योदय परिवार उत्थान योजना लागू की गई है, जिसका मुख्य उद्देश्य अंत्योदय है। यह योजना गरीब उत्थान में मिल का पत्थर साबित होगी। उन्होंने कहा कि इस योजना के तहत उन परिवारों को शामिल किया गया है जिनकी वार्षिक आय एक लाख रुपए से कम हैं और उनकी आय को एक लाख 80 हजार रुपए तक पहुंचाना लक्ष्य रहेगा। सरकार की ओर से तीन फेज में पात्रता निर्धारित की गई है और उसी अनुरूप योजनाओं का लाभ जरूरतमंद लोगों को अंत्योदय मेले से दिया जा रहा है। अंत्योदय की भावना से ही जरूरतमंद को किया जा रहा है लाभांवित : डीसी ने कहा कि इस योजना का लक्ष्य पंक्ति में खड़े अंतिम परिवार को आगे लाना है इसके लिए 42 योजनाएं चिन्हित की गई हैं जो इन परिवारों की आमदनी बढ़ाने में मददगार होंगी। इनमें पात्रता के लिए एससी,बीसी, महिला, दिव्यांग को प्राथमिकता दी जाएगी। उन्होंने कहा कि स्वरोजगार के लिए कृषि, मत्स्य, पशुपालन व डेयरी जैसे व्यापारिक, औद्योगिक क्षेत्रों में व्यवसाय के साथ-साथ स्किलिंग में निपुण करने के लिए कंप्यूटर, चालक, सिलाई कढाई आदि के प्रशिक्षण भी शामिल हैं। उन्होंने कहा कि अभियान के पहले चरण में 50 हजार से 1 लाख रूपए वार्षिक आय तक के परिवारों को आय दोगुनी तक लेकर जाना है इसके लिए बैंक का पूरा सहयोग लिया जा रहा है। उन्होंने कहा कि मेले के दौरान ही बैंक अधिकारी लोन संबंधी औपचारिकताएं पूरी करेंगे। किसी पात्र व्यक्ति को बैंक गारंटी की आवश्यकता हुई तो उसकी भी मदद सरकार करेगी। इन मेलों में फॉर्म सबमिशन डेस्क भी स्थापित किए गए हैं। दूसरे चरण में इन अंत्योदय ग्राम उत्थान मेलों में मंजूर किए गए ऋण वितरित कर कार्य को अंतिम रूप दिया जाएगा। इस प्रकार सेवाभाव से कार्य करते हुए हर किसी की कठिनाई दूर करके सरकार उनके लिए आमदनी दोगुनी करने के साधन मुहैया करवाने के लिए तत्पर है। इस मेले में 1838 नूंह खंड के तथा 44 नगरपरिषद नूंह के लाभार्थियों को बुलाया गया है। इस अवसर पर उप-निदेशक पशु पालन विभाग नरेन्द्र सिंह, जिला समाज कल्याण अधिकारी सरफराज खान, जिला रैडक्रास सचिव महेश गुप्ता, नायब तहसीलदार अख्तर हुसैन, सहित अन्य विभागाध्यक्ष उपस्थित रहे।
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