नई दिल्ली, अक्सर बैठे-बैठे या फिर रात में सोते समय पैरों के मसल्स में क्रैंप या ऐठन आ जाती हैं जिसकी वजह से पैर में बेहद दर्द होता है। हालांकि मांसपेशियों को रिलैक्स छोड़ने से ये दर्द धीरे-धीरे
खुद ब खुद कम भी हो जाता हैं। सर्दी में यह परेशानी ज्यादा बढ़ने लगती है। मसल्स में क्रैंम्प से मतलब है कि जब एक से अधिक मांसपेशियां आपस में अचानक से सिकुड़कर सख्त हो जाएं तो मांसपेशियों में क्रैम्प की समस्या होती है। मसल्स में क्रैम्प आने पर वो हिस्सा सख्त हो जाता है और उस जगह तेज दर्द होने लगता है। क्रैम्प आने पर अगर उस हिस्से को कुछ देर हाथों की गर्गी दी जाए तो ये दर्द और ऐंठन कुछ मिनट में ठीक भी हो जाती है। आइए जानते हैं कि मांसपेशियों में क्रैम्प क्यों आता है और इसका घर में इलाज कैसे किया जाता है। मांसपेशियों में क्रैम्प आने का कारण: मांसपेशियों में क्रैम्प अधिक देर तक एक्सरसाइज करने से हो सकता है। किसी खास दवा का लम्बे समय तक सेवन करने से हो सकता है। मांसपेशियों से संबंधित पुरानी समस्या भी मसल्स क्रैम्प का कारण बन सकती है। रात में लगातार एक ही स्थिति में सोने से भी मसल्स में ऐंठन हो सकती है। शरीर में पानी की कमी, रक्त प्रवाह सुचारू रूप से नहीं होने से, नसों में दबाव या कंप्रेशन होना, शरीर में आवश्यक मिनरल्स जैसे कैल्शियम, मैग्नीशियम, पोटैशियम की कमी से मसल्स क्रैम्प हो सकता है। अगर आपके मसल्स में भी क्रैंप आते हैं तो पानी का अधिक सेवन करें। सर्दी गर्मी में कम से कम 1-2 लीटर पानी जरूर पीएं। पानी अधिक पीने से बॉडी की मांसपेशियों की कोशिकाएं हाइड्रेट रहती है। रात में सोते समय पैरों और जांघों में क्रैम्प आता है तो सोने से पहले 15-20 मिनट तक स्ट्रेचिंग एक्सरसाइज करें। स्ट्रेचिंग एक्सरसाइज मसल्स को मजबूत बनाती हैं। अगर लगातार क्रैम्प का दर्द परेशान करता है तो उस जगह की बर्फ से सिकाई करें। बर्फ की सिकाई करने से दर्द से राहत मिलेगी। बर्फ की सिकाई से मसल्स सुन्न हो जाएंगे और सूजन भी दूर होगी। आप बर्फ के अलावा, गर्म सिकाई भी कर सकते हैं। मसल्स क्रैम्प के दर्द से परेशान रहते हैं तो लौंग का तेल से मसाज करें। इस तेल में मौजूद एंटी-इंफ्लेमेटरी प्रॉपर्टीज, क्रैम्प को कम करती हैं। लौंग के तेल को गुनगुना गर्म करें और हल्के हाथों से मालिश करें।
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