तावडू, : शहर के पटेल नगर में स्थित 1 मात्र पशु चिकित्सालय इस समय स्टाफ की कमी से जूझ रहा है। जिसके चलते ग्रामीणों को समस्या का सामना करना पड रहा है। बिना चिकित्सकों व सहायकों के चिकित्सा केंद्र
ेकार साबित हो रहा है। जिस कारण लोगों में रोष पनप रहा है। शहर के पशु चिकित्सालय में 1 पशु चिकित्सक व सर्जन सहित 2 सहायक पशु चिकित्सक होने चाहिएं। जबकि पशु चिकित्सालय में 1 खंड पशुधन विकास अधिकारी पर ही सारी जिम्मेवारी चल रही है, जो की सही नहीं है। अगर आवश्यकता पडती है तो गांव पढैनी के पशु चिकित्सक को बुलाया जाता है। वहीं शहर के पशु चिकित्सालय के अधीन 3 पशु औषधालय जो गांव चीला, जौरासी व सेवका में भी सभी सहायक चिकित्सकों के पद रिक्त पड़े हैं। जबकि प्रत्येक पशु औषधालय पर 1-1 पशुधन विकास सहायक होना चाहिए। वहीं स्टाफ की कमी के चलते दिसंबर माह से शुरू होने वाली मुंह-खुर व गलघोटू के टीकाकरण की योजना भी अधर में लटकी पड़ी है। दिसंबर माह में घर-घर जाकर चिकित्सकों की टीम द्वारा वैक्सीनेशन योजना चलाई जाती है। लेकिन स्टाफ के बिना पशुओं के लिए चलाई जा रही सरकारी कैसे सफल हो पाएंगी। जिस कारण लोगों में प्रशासन के प्रति रोष पनप रहा है।
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