नई दिल्ली, वायु गुणवत्ता का स्तर लगातार गिर रहा है और इसके लिए एक से ज़्यादा कारण ज़िम्मेदार हैं। प्रदूषण का ये भयानक स्तर हम सभी की सेहत के लिए भयानक रूप से ख़तरनाक है, यही वजह है कि लगातार स्क
लों के साथ लॉकडाउन लगाने की सलाह दी जा रही है। प्रदूषण के कारण सिर्फ आखों में जलन या खांसी ही नहीं होती, बल्कि ये आपकी सेहत को बुरी तरह प्रभावित कर सकता है। खासतौर पर उन लोगों के लिए जो पहले से सांस से जुड़ी दिक्कतों से जूझ रहे हैं। प्रदूषण से खुद को और परिवार को बचाने के लिए क्या करें? सांस से जुड़ी समस्याएं हैं तो बाहर न निकलें अगर आप सांस से जुड़ी किसी तरह की दिक्कतों से गुज़र रहे हैं, जिसमें वे लोग भी शामिल हैं जो कोविड से रिकवर हुए हैं, तो छाती और फेफड़ों की गुहाओं में बसने वाले पार्टिकुलेट मैटर और अन्य घातक रोगजनकों के जोखिमों को देखते हुए घर में रहना ही बेहतर है। घर पर ह्यूमिडिफायर, मास्क, ऑक्सीजन सिलेंडर ज़रूर रखें। घर पर रहकर सांस से जुड़ी एक्सरसाइज़ करें। घर आने के बाद स्टीम या गार्गल करें अगर आपको घर से बाहर जाना ही है, तो घर आने पर रोज़ाना भांप लें या फिर गरारे करें ताकि बीमार पड़ने से बचें। क्योंकि प्रदूषक रक्तप्रवाह और कैविटी में बहुत आसानी से जमा हो सकते हैं, ऐसे में भाप लेने से काफी फायदा मिल सकता है। अपनी इम्यूनिटी प्राकृतिक तौर पर बढ़ाएं इस वक्त हमारा अपनी सेहत का ख़्याल रखना बेहद ज़रूरी है और तरह-तरह के इंफेक्शन्स से बचने के लिए इम्यूनिटी को बढ़ावा देना भी ज़रूरी है। मौसम में बदलाव के साथ डाइट में विटामिन-सी से भरपूर खाना और सप्लीमेंट लें। इसके साथ ज़िंक और सेलेनियम जैसे खनीज का भी सेवन करें। साथ ही खाने में ऐसी चीज़ों को लें जिससे फेफड़ों और दूसरे अंगों को प्रदूषकों से बचाया जा सके। इसके अलावा डिटॉक्स के लिए चाय और काढ़ा पिएं, मौसमी फल खाएं, सब्ज़ियां खाएं और खाने की ऐसी चीज़ों से दूर रहें जो सीने में कंजेशन को बढ़ावा देती हैं। एक्सरसाइज़ का समय बदलें प्रदूषण बढ़ने के इस मौसम का असर हमारे वर्कआउट रुटीन पर भी पड़ता है। सुबह सवेरे घर से निकलकर वर्कआउट करना बिल्कुल भी सुरक्षित नहीं है, इस वक्त अगर बाहर की हवा की गुणवत्ता ख़राब है और भयानक स्मॉग है, तो घर के अंदर ही वर्कआउट करें। खासतौर पर वे लोग जिन्हें डायबिटीज़ और ब्लड प्रेशर की समस्या है। फ्लू वैक्सीन लगवाएं जिस तरह प्रदूषक और कई बीमारियां हमारी ज़िंदगी का हिस्सा बन गई हैं, ऐसे में सभी के लिए ज़रूरी है कि वे कोविड वैक्सीन के साथ, सही समय पर अपडेटेड फ़्लू वैक्सीन शॉट भी लगवा लें। क्योंकि फ्लू एक गंभीर बीमारी है, ऐसे में फ्लू वैक्सीन लगवाने के बाद भी अगर इंफेक्शन होता है, तो वो काफी हल्का होगा और उससे जल्दी रिकवर हो सकते हैं। घर पर एयर प्यूरीफायर लगाएं बाहर मौजूद प्रदूषण जितना ख़तरनाक साबित होता है, उतना ही जोखिम भरा घर में मौजूद प्रदूषण भी होता है। इसलिए डॉक्टर्स सलाह देते हैं कि घरों में एयर प्यूरीफायर या फिर ह्यूमिडिफायर लगाएं, जिससे घर के अंदर की हवा साफ और सांस लेने लायक़ बन सके।
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