नई पीढ़ी के लिए जीवन में आगे बढ़ने का संदेश देती है अल्लामा इकबाल की शायरी

Khoji NCR
2021-11-09 11:29:11

उर्दू दिवस के अवसर पर राजकीय कन्या वरिष्ठ विद्यालय नूह में एक समारोह का आयोजन किया सोनू वर्मा,ख़ोजी एनसीआर नूह। अल्लामा इकबाल की कविता हमें जीवन में आगे बढ़ते रहने का संदेश देती है। उनकी दार

शनिक कविता मनुष्य की भावनाओं को जगाती है। विचारधारा उन्हें अन्य कवियों से अलग करती है। ये विचार विद्यालय के उर्दू प्रवक्ता डॉ मोहम्मद जुनेद ने आयोजित 'उर्दू दिवस' समारोह को संबोधित करते हुए व्यक्त किए।उन्होंने अपने भाषण के सम्बोधन में कहा कि 'शाहीन' अल्लामा इकबाल का पसंदीदा रूपक है जो उनकी कविता में हर जगह देखा जा सकता है। आज के युवाओं को अल्लामा इकबाल की शाहीन से प्रेरित होकर जीवन में कड़ी मेहनत कर अपनी मंजिल हासिल करनी चाहिए।डॉ जुनैद ने अपने भाषण में आगे कहा कि 'उर्दू दिवस' हमें एकता और देशभक्ति का संदेश भी देता है। अल्लामा इकबाल की कविता का एक बड़ा हिस्सा देशभक्ति और आपसी एकता पर आधारित है। अल्लामा इकबाल की कविता वास्तव में गंगा-जमुनाई सभ्यता का प्रतीक है। अल्लामा इकबाल ने अपनी कविता में परिदृश्य के साथ-साथ इस्लाम को भी दर्शाया है। स्कूल के प्राचार्य सद्दीक अहमद ने उर्दू दिवस के अवसर पर छात्रों को बधाई देते हुए उर्दू भाषा के महत्व और उपयोगिता पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि उर्दू भारत की ही भाषा है जो हिन्द- आर्यायी परिवार से संबंधित है। उर्दू भाषा मुसलमानों तक ही सीमित नहीं है बल्कि ऊर्दू भाषा को महान लेखकों जैसे फ़िराक गोरखपुरी, पंडित दयाशंकर नसीम, ​​प्रेमचंद, गोपीचंद नारंग और गुलजार आनंद देहलवी जैसे ने अलंकृत किया है। अंग्रेजी के लेक्चरर महमूद खान ने अपने भाषण में कहा कि अल्लामा इकबाल ने अपनी कविता में आपसी एकता और भाईचारे का संदेश दिया है। उन्होंने देशप्रेम से सम्बंधित तराना 'सारे जहां से अच्छा' और 'बच्चे की दुआ' भी उनकी महत्वपूर्ण रचनाएं हैं।उर्दू शिक्षक मुहम्मद जुबैर खान ने भी अल्लामा इकबाल की कविता पर अपने विचार व्यक्त किए और उन्हें एक बेहतर दार्शनिक कवि कहा। समारोह में विद्यालय की छात्राओं ने अपने भाषणों को प्रभावशाली एवं रोचक ढंग से प्रस्तुत कर दर्शकों को अपनी उर्दू भाषा से प्रभावित किया। 12 वीं की छात्रा सुहाना ने हजरत मुहम्मद के सम्मान में नात पेश कर समारोह का उद्घाटन किया । रोबिन खान को अल्लामा इकबाल पर सर्वश्रेष्ठ भाषण देने के उपलक्ष्य में प्रथम पुरस्कार से सम्मानित किया गया वही सुहाना को द्वितीय पुरस्कार और आफरीन खान को तृतीय पुरस्कार दिया गया। सीमा नाशिर और वसीमा खान को कार्यक्रम के बेहतरीन संचालन के लिए सम्मानित किया । कार्यक्रम के दौरान शमीम अहमद, मोहम्मद हारून, दिनेश कुमार गोयल , रवि प्रकाश, भावना दहिया, ममता यादव, इंदु बाला, अजय कुमार, संजीव प्रकाश, आनंद प्रकाश, नितिन कुमार, सरोज कुमारी, चेतना, मोहिन्दरी और दीपक कुमार मौजूद रहे।

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