खोजी/सुनीता गोयल* *रेवाड़ी* किशन लाल पब्लिक महविद्यालय के गणित विभाग के विभागाध्यक्ष एवं शिक्षा संस्कृति उत्थान न्यास, हरियाणा प्रांत के वैदिक गणित के प्रांत संयोजक डॉ. विकास पोपली ने स्टा
ेक्स विश्वविद्यालय गुरुग्राम में वैदिक गणित की विधियों द्वारा प्रतियोगिता परीक्षाओं को कैसे पास किया जाए, इस विषय पर व्याख्यान दिया। स्टारएक्स विश्वविद्यालय के गणित विभाग की सहायक आचार्य डॉ. परिणीता वर्मा की अध्यक्षता में आयोजित इस कार्यक्रम में डॉ. ममता ने मुख्य वक्ता डॉ. पोपली का परिचय दिया। तीन बार ओम के उच्चारण से कार्यक्रम की शुरुआत करते हुए डॉ. विकास पोपली ने विधार्थियों को अपनी वैदिक संस्कृति पर गर्व करने को कहा। व्याख्यान में डॉ. पोपली ने बच्चों को वैदिक गणित के सूत्रों के बारे में बताते हुए कुछ प्रश्न भी हल करवाए जो कि कुछ सेकंड्स में ही हल हो गए। जिससे बच्चों में बहुत अधिक उत्साह देखने को मिला और वैदिक गणित के प्रति बच्चों में बहुत रुचि देखने को मिली। डॉ. विकास ने यह भी बताया कि वैदिक संस्कृति और वैदिक ग्रंथों से निकला हमारा वैदिक गणित गणना की ऐसी पद्धति है, जिससे जटिल अंक गणितीय गणनाएं अत्यंत ही सरल, सहज व त्वरित संभव हैं। वैदिक गणित का सबसे महत्वपूर्ण फायदा यह है कि इन विधियों में समय की बचत होती है तथा उत्तर मौखिक रूप में दिए जा सकते है। वैदिक गणित की विधि से किसी भी सवाल को 15 से 20 सैकंड में हल किया जा सकता है। वैदिक गणित की भिन्न-भिन्न पद्धतियों को सीखने से न केवल गणित पढ़ने में आत्मविश्वास बढ़ जाता है बल्कि गणित रुचिकर लगने लगता है और तर्कशक्ति में वृद्धि होती है। व्याख्यान में वैदिक गणित और वेद- शास्त्रों के महत्व के बारे में बताया गया। इस कार्यक्रम में लगभग 50 से अधिक विद्यार्थियों और शिक्षकों ने भाग लिया। अंत में डॉ. परिणीता वर्मा ने डॉ. विकास पोपली का आभार व्यक्त किया और गणित विभाग को इस कार्यक्रम की बधाई दी।
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